जनहित सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट
सिद्धदाता आश्रम में जनहित धर्मार्थ गतिविधियाँ – जनहित कार्यों को ध्यान में रखते हुए आश्रम में अनेक जनहित कार्यों का सम्पादन पूज्य महाराज श्री के समय से ही जनहित सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वाधान में किया जा रहा है। इसमें शिक्षा, दीक्षा, स्वास्थ्य, ज्ञान संवर्धन के लिए सत्संग, आदि कार्य कलाप लोक कल्याण की कामना से अनवरत किए जा रहे हैं। इसी परिवेश में आश्रम वासियों और भक्तों के लिए भोजन, कमरों और आवास की प्राथमिक सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए समय-समय पर ऋतु सुख अनुरूप वस्त्रों का वितरण किया जाता है। अन्नपूर्णा रसोई में बना हुआ भोजन, प्रसाद का समस्त जनमानस में वितरण किया जाता है। श्री लक्ष्मीनारायण दिव्य मन्दिर में प्रत्येक मंगल,शनिवार, रविवार को सायं काल आरती के बाद प्रसाद वितरण की परम्परा अनिवार्य रूप से नियमित रूप से आयोजित की जा रही है। इस कार्य को स्वयं वर्तमान अध्यक्ष पूज्य महाराज श्री अपने हाथों से सम्पन्न कर रहे है। इसी में भक्तों के अत्यन्त आवश्यक तात्कालिक समस्याओं का श्रवण और शमन भी किया जा रहा है। आश्रम में लोकहित को ध्यान में रखते हुए एक डिस्पेंसरी (धर्मार्थ चिकित्सालय) को भी चलाया जाता है। प्रत्येक मास के द्वितीय रविवार को विशेष नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें जन साधारण को नि:शुल्क चिकित्सा सुविधाएँ प्रदान की जाती है। भारतीय संस्कृति और संस्कृत भाषा के संरक्षण और संवर्धन के लिए स्वामी सुदर्शनाचार्य वेद वेदांग संस्कृत महाविद्यालय एवं वेद के प्रचार प्रसार के लिए वेद विद्यालय को भी संचालित किया जा रहा है। गो वंश के संरक्षण के लिए लगभग तीन सौ गायों का पालन पोषण नारायण गौ शाला के माध्यम से किया जाता है। धर्म के संरक्षण और इसके प्रतिष्ठा को बनाए रखने के लिए दिव्य सत्संग का आयोजन समय-समय पर किया जाता है। इस प्रकार' 'वंयराष्ट्रे जागृ याम पुरोहिता: ''इन वैदिक अवधारणों के परिणाम स्वरूप सिद्धदाता आश्रम में जनहित कार्यों का सम्पादन-संचालन आश्रम के निर्माण के समय से वर्तमान समय तक अनवरत रूप से चल रहा है, जो वर्तमान समाज के लिए एवं राष्ट्र के लिए अत्यन्त आवश्यक और उपादेय है।