आंचल छाया में सिद्धदाता आश्रम की ओर से समरसता समारोह आयोजित
16-12-2012

पलवल (16 दिसंबर, 2012) : मानवता सबसे बड़ा धर्म है और मनुष्य को दूसरे मनुष्य की मदद के लिए सदैव आगे आना चाहिए। यह कहना था स्वामी मधुसूदनाचार्य जी महाराज का । स्वामी जी बघौला स्थित अनाथालय, आंचल छाया में जनहित सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित समरसता कार्यक्रम में बोल रहे थे। श्री सिद्धदाता आश्रम फरीदाबाद की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम मैं  अनंत श्री विभूषित इंद्र प्रस्थ एवं हरियाणा पीठाधीश्वर श्रीमद् जगद् गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज की दिव्य प्रेरणा से अनाथ बच्चों के लिए जूते, खेलकूद सामग्री एवं फलाहार वितरण किया गया। मधुसूदनाचार्य जी ने कहा कि बच्चों में तो वैसे भी भगवान का वास होता है। अनाथ बच्चों को दया की दृष्टि से नहीं बल्कि सहारा देकर आगे बढ़ाए जाने की दृष्टि से मदद की जरूरत है। बच्चे मानवता का भविष्य होते हैं। उन्हें ऐसा माहौल मिले ताकि वे अपने जीवन में लगातार प्रगति कर पाएं तो यह उनकी सच्चे अर्थों में मदद होगी। मानवता की मदद से बड़ा कोई परोपकार नहीं है। आंचल छाया में मौजूद लगभग 40 बच्चे उपहार में जूते व खेलकूद का सामान पाकर खासे आनंदित हुए। इस अवसर पर सिद्धदाता आश्रम की ओर से तिवारी बाबा, योगेश हरि, अभिनव गौतम, राजकुमार भारद्वाज सम्मिलित हुए। रोटरी क्लब पलवल सिटी के प्रधान कंवर कुलदीप सिंह व पूर्व प्रधान राजीव गोयल भी मौजूद थे। आंचल छाया की संचालिका मां संतोष ने बच्चों की मदद के लिए सिद्धदाता आश्रम का धन्यवाद जताया।



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