श्री सिद्धदाता आश्रम में आयोजित ब्रह्मोत्सव के तीसरे दिन संपन्न हुआ भगवान लक्ष्मीनारायण का विवाह
05-05-2022

श्री सिद्धदाता आश्रम में आयोजित भगवान लक्ष्मीनारायण के विवाह उत्सव में भक्तों ने बड़े उत्साह के साथ भागीदारी की। इस दौरान भगवान के विवाह गीतों और भजनों पर भक्तगण झूमते रहे। यह आयोजन यहां मनाए जा रहे पांच दिवसीय ब्रह्मोत्सव के तीसरे दिन हुआ।

श्री सिद्धदाता आश्रम प्रांगण में स्थित श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम में जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज के सान्निध्य में भगवान का विवाह समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर श्री गुरु महाराज ने सविधि विवाह की परंपरा को पूर्ण किया। इस अवसर पर भगवान लक्ष्मी नारायण का सुंदर अभिषेक किया गया और गाजे बाजे के साथ उनका नाचते झूमते हुए विवाह संपन्न हुआ। जिसके बाद सभी ने एक दूसरे को बधाइयां दीं।

स्वामी पुरुषोत्तमाचार्यजी ने भक्तों से कहा कि वह अपने ईष्ट के विवाह कार्यक्रम में सम्मिलित हुए हैं, इससे निश्चित ही भगवान और माता श्रीजी प्रसन्न होंगी। आप सभी लोग धर्म मार्ग में चलते रहें, भगवान आपके सदा ही सहाय हैं। वह अपने भक्तों के कुशलक्षेम का स्वयं की ध्यान रखते हैं। उन्होंने कहा कि जब आप भगवान के ध्यान में रहते हैं तो भगवान भी आपका ध्यान रखते हैं। भगवान ने विवाह परंपरा को अपनाकर हमें संदेश दिया है कि हमें भी इस परंपरा का पूरा ईमानदारी के साथ पालन करना चाहिए।

श्री गुरु महराज ने सभी को आशीर्वाद एवं प्रसाद प्रदान किया। इस अवसर पर पूरे एनसीआर से बड़ी संख्या में भक्तगण जुटे। यहां 6 मई को रामानुज स्वामी की जयंती पर पूजन और विशाल शोभायात्रा का आयोजन होगा वहीं 7 मई को भगवान लक्ष्मीनारायण की यात्रा के साथ ब्रह्मोत्सव का समापन होगा। इस अवसर पर हजारों की संख्या में महिलाएं कलश यात्रा में भी भागीदारी करेंगी।



लिस्टिंग के लिए वापस


Site by Magnon\TBWA