ईश्वर से नहीं, ईश्वर को मांगो : स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज
26-03-2013

श्री सिद्धदाता आश्रम में हजारों की तादाद में देशी-विदेशी शिष्यों ने लिया होली महोत्सव में हिस्सा।

फरीदाबाद : सेवा और समर्पण से ही ईश्वर की प्राप्ति संभव है। यह कहना था अनंत श्री विभूषित इंद्रप्रस्थ एवं हरियाणा पीठाधीश्वर श्रीमद् जगद् गुरु स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज का। महाराज श्री होली के अवसर पर हजारों की तादाद में श्री सिद्धदाता आश्रम पधारे देशी-विदेशी शिष्यों को संबोधित कर रहे थे। शबरी, द्रोपदी और प्रह्लाद की कथाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सेवा और समर्पण के माध्यम से ही इन भक्तों ने ईश्वर को प्राप्त किया। अत: भक्तिमार्ग में सेवा और समर्पण दो मुख्य स्तंभ हैं। इन्हीं के सहारे ईश्वर की शरण में जाकर कृपा प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा कि ईश्वर से मांगने की बजाय हमें स्वयं को ईश्वर को समर्पित कर देना चाहिए और ईश्वर को ही मांगना चाहिए। इसी से जीवन में पूर्णता आएगी।

इससे पहले यज्ञशाला में आयोजित हवन में हजारों की तादाद में आश्रम पहुंचे श्रद्धालुओं ने आहूति डाली और विश्व कल्याण की कामना की। समारोह में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। मथुरा से आए लोक कलाकारों ने कृष्ण एवं राधा की अनुपम फूलों की होली का प्रस्तुतिकरण किया। बृज भाषा के मोहक रसिया प्रस्तुत किए गए।

समारोह में प्रदेश सरकार के संस्कृति राज्य मंत्री पंडित शिव चरण लाल शर्मा भी उपस्थित थे। युवा कांग्रेस नेता ललित नागर ने भी महाराज श्री से आशीर्वाद प्राप्त किया।



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