पहला सुख निरोगी काया : स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी
14-04-2013

फरीदाबाद 14 अप्रैल 2013 : जीवन के सभी सुखों में सबसे पहले निरोगी काया को रखा गया है। यह कहना था इंद्रप्रस्थ एवं हरियाणा पीठ के पीठाधीश्वर अनंत श्री विभूषित श्री मज्जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज का।

फरीदाबाद 14 अप्रैल 2013 : जीवन के सभी सुखों में सबसे पहले निरोगी काया को रखा गया है। यह कहना था इंद्रप्रस्थ एवं हरियाणा पीठ के पीठाधीश्वर अनंत श्री विभूषित श्री मज्जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज का। स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य सूरजकुंड रोड स्थित सिद्धदाता आश्रम में रविवार को विशाल मासिक स्वास्थ्य जांच शिविर में आए हुए रोगियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि निरोगी रहने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहने की जरूरत है। शरीर तंदरुस्त होगा तभी भागवत भक्ति में भी मन ठीक से लगेगा। अन्यथा व्यक्ति का ध्यान अपने रोगों और चिंताओं में ही उलझा रहेगा। तन के स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक एवं उचित आहार एवं नियमित व्यायाम तथा मन की तंदरुस्ती के लिए ध्यान बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कोशिश यह रहनी चाहिए कि बीमार पडऩे की नौबत ही नहीं आये।

इस अवसर पर विभिन्न अस्पतालों से आए विशेषज्ञ डॉक्टरों ने लगभग 675 रोगियों की जांच की। इन रोगियों को नाक,कान गला रोग, नेत्र रोग , स्त्री रोग, हड्डी रोग, आदि विशेषज्ञ डॉक्टरों ने जांचा और जरूरी टेस्ट व दवाएं वितरित कीं। होयोपैथिक व आयुर्वेद विशेषज्ञों ने भी रोगियों की जांच की। जिसमें मुख्यत्य डॉ. पी.के. झा, डॉ. संजीव कुमार, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. मीना सावरिया, डॉ. दीपाली ओबरॉय, डॉ. ए.वी. चटर्जी, डॉ. पंकज कुमार, डॉ. विद्यासागर, डॉ. चमनलाल, डॉ. राज नारंग, डॉ. रजत कुमार आदि शामिल थे। इस शिविर का आयोजन हर महीने दूसरे रविवार को किया जाता है। जन कल्याण हेतू आयुर्वेदिक एवं एलोपैथिक डिस्पेंसरी प्रतिदिन खुलती है।



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