गुरु तत्व है, उसे शरीर न मानें - स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य
22-07-2013

-सूरजकुंड रोड स्थित श्री सिद्धदाता आश्रम श्री लक्ष्मीनारायण दिव्य धाम में गुरु पूर्णिमा महोत्सव के दूसरे दिन जुटे हजारों भक्त

-सुमधुर गीतों की धुनों पर भक्तों ने गुरु के प्रति ज्ञापित की कृतज्ञता

फरीदाबाद

कृपा लुटाने वाले गुरु को शरीर नहीं मानें, वह तत्व हैं। गुरु तत्व की कभी मृत्यु नहीं होती और उनकी कृपाएं हम पर सदा सदा के लिए बरसती हैं। सोमवार को अनंत श्री विभूषित इंद्रप्रस्थ एवं हरियाणा पीठाधीश्वर श्रीमद् जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने यह वचन भक्तों के बीच कहे। वह सूरजकुंड रोड स्थित श्री सिद्धदाता आश्रम श्री लक्ष्मीनारायण दिव्य धाम में आयोजित श्री गुरु पूर्णिमा महोत्सव के दूसरे दिन भक्तों के बीच प्रवचन कह रहे थे।

उन्होंने कहा कि किसी कार्य को करते हुए यदि मन में एक पल भी आए कि किसी को पता न चल जाए, तो समझ लीजिए कि आप कुछ गलत करने जा रहे हैं। यह आपको संकेत है कि आप किसी गलत कार्य को करने से बच जाएं। इन गलत कार्यों से बचने के लिए गुरु की शरण से बढक़र कुछ नहीं है। आपको गुरुदेव की शरण में जाना ही होगा, वह आपको आवागमन से मुक्त कर देंगे। वह तत्व हैं, उनकी कभी मृत्यु नहीं होती। उनकी कृपाएं सदा सदा हम पर बरसती हैं। वह प्रकाशवान हैं, यह आत्मसात कर लें फिर जीवन में कहीं कोई अंधेरा नहीं रहेगा।

श्रीमद् जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका में अपना मशहूर भाषण दिया, जहां उनकी काफी प्रशंसा की गई। वहीं एक अमेरिकी फोटोग्राफर ने स्वामी जी को उनका एक फोटो फे्रम करवाकर दिया। उसने पूछा स्वामी जी आपके फोटो में पीछे एक दाढ़ी वाले बाबा का चित्र आ रहा है, लेकिन वहां तो आपके अलावा कोई और नहीं था। स्वामी विवेकानंद ने तुरंत ही फोटो को देखकर दंडवत किया और बताया कि वह उनके गुरु रामतीर्थ परमहंस हैं, जो सदा ही उनके साथ रहते हैं। वह अमेरिकी यह सोचकर हैरान था कि हजारों किलोमीटर दूर स्थित कोई व्यक्ति अमेरिका में कैसे फोटो में कैद हो गया। यह है गुरुतत्व की महिमा।

स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने तू जहां जहां चलेगा मेरा साया साथ होगा आदि गीतों के माध्यम से भक्तों को गुरु की महिमा को बताने के लिए अमृतपान कराया। दुबई व नाइजीरिया से आए भक्त पूजी व गोबिंद वासवानी ने विदेशों में चल रही योजनाओं व गुरु पूर्णिमा के बारे में बताया। कार्यक्रम में राज्य के श्रम व रोजगार राज्यमंत्री पंडित शिवचरण लाल शर्मा ने भी गुरु दरबार में माथा टेका।

आश्रम परिसर में जयपुर से आए मशहूर गायक संजय पारिख आदि ने सुमधुर भक्तिगीतों के माध्यम से लोगों को जमकर झुमाया। इस मौके पर किस्मत चाहे जैसी भी हो तुम सबके काम बनाते हो-भवसागर में अटकी नैया पार लगाते हो, तेरे दर पर रोज ही लगती भक्तों की कतार-कैसा सुंदर लगता है बाबा का दरबार, तूने खूब दिया सरकार-तेरा बहुत बड़ा उपकार आदि भक्तिगीतों पर नाचते झूमते देशी विदेशी भक्तों ने गुरु के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की।



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